" YOUNG
achiever "

"A
great speaker "

" humble "

"true believer"

नगर अध्यक्ष ,भारतीय जनता पार्टी,इंदौर

गौरव रणदिवे के बारे में

इंदौर के पलासिया क्षेत्र के एक मध्यम वर्गीय रणदिवे परिवार में गौरव रणदिवे का जन्म हुआ।कहते है,कि “पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते है” इसी उक्ती को गौरव ने बचपन से ही चरितार्थ करना शुरू कर दिया था।प्राथमिक शिक्षा के दौर में ही सभी बच्चों में उनकी अलग पहचान बन रही थी।हाईस्कूल और विश्वविधालयीन शिक्षा के दौरान उनका व्यक्तित्व लगातार निखरता जा रहा था,कुशाग्र बुद्धि के धनी गौरव रणदिवे ने बीकॉम व एमबीए की उपाधी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से प्राप्त की।महाविधालयीन अध्ययन के दौरान गौरव ने अपने मूल संस्कार व विचारों के प्रभाव से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर आकर्षित हुए और स्वयंसेवक के रूप में जुड़ गय।सन् २००० में गौरव छात्र राजनीति की प्राथमिक पाठशाला -अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से जुड़ ग़य।उनकी कार्यक्षमता व संगठन कौशल और प्रभावी चुम्बकीय व्यक्तित्व के कारण विधार्थी परिषद ने उन्हें शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविधालय इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया। साथ ही उन्होंने इंदौर छात्रावास इकाई का अध्यक्ष का दायित्व निर्वहन भी किया।इसके पश्चात् मध्यप्रदेश के सबसे बड़े महाविधालय अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं ……

सेवा ही संगठन

कोरोना काल में हमें चैंलेज को अवसर में परिवर्तित करने का मौका भी मिला।

कोरोना काल में जब करीब सभी राजनीतिक दल क्वारंटाइन में हो गए थे, तब भाजपा कार्यकर्ताओं ने सेवा ही संगठन के तहत जनसेवा के कई कार्य किए।

छात्र संघर्ष की कहानी

उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये |
स्वामी विवेकानन्द 

गौरव रणदिवे की कहानी

छात्र संघ सचिव से इंदौर नगर अध्यक्ष बनने तक का सफर !!

गौरव रणदिवे का जन्म
इंदौर
के एक मध्यमवर्गीय
महाराष्ट्रीयन परिवार में हुआ।

वर्ष 2000 में एबीवीपी से जुड़े
और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय महाविद्यालय के सचिव और
छात्र संघ के अध्यक्ष बने।

आगे चलकर भाजपा युवा मोर्चा मध्यप्रदेश के
प्रदेश उपाध्‍यक्ष
का नवीन दायित्व मिला।

भाजपा से जुड़ने के बाद रणदिवे ने लगातार संगठन को मज़बूत करने व युवाओं को भाजपा युवा मोर्चा से जोड़ने के लिए कार्य किया।

9 मई 2020 को भाजपा संगठन ने उन्हें उनकी नेत्रत्व क्षमता और कार्यकुशलता को देखते हुए
इंदौर नगर अध्यक्ष
का दयित्व दिया।

कोरोना काल मैं जरूरतमंद लोगो तक खाद्य सामग्री और मास्क वितरण करने का कार्य किया।

संकटकाल में अपनों से मीलों दूर बैठे प्रवासियों को सुरक्षित उनके घर पहुँचाया।

सेवा ही संगठन
मंत्र के साथ गौरवआज जनसेवा के कार्यों में अहम भूमिका निभा रहें हैं।

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